अ.५. ४. परिवर्तन

उपरोक्त विभाग 2 और 3 के तहत आप दस्तावेज़ का परिवर्तित अनुरूप प्रतिलिपित और वितरित कर सकते हैं बशर्ते कि आप परिवर्तित अनुरूप को भी इसी अनुमति पत्र के तहत प्रकाशित करें, जिसमें दस्तावेज़ से अभिप्राय हो परिवर्तित अनुरूप, ताकि जिसके पास भी परिवर्तित अनुरूप उपलब्ध हो, वह परिवर्तित अनुरूप के परिवर्तन और वितरण का भी अधिकारी हो। साथ ही, परिवर्तित अनुरूप में आपको यह चीज़ें करनी होंगी:

यदि परिवर्तित अनुरूप नया आवरण मसला है या एेसे परिशिष्ट हैं जो कि गौण विभाग कहलाये जा सकते हैं, और जिनमें दस्तावेज़ से प्रतिलिपित कुछ भी मसला नहीं है, तो आप के पास उन विभागों को अपरिवर्तनीय नामित करने का विकल्प है। एेसा करने के लिये इन विभागों के शीर्षकों को परिवर्तित अनुरूप के अनुमति पत्र में अपरिवर्तनीय विभागों की सूची में डाल दें। यह शीर्षक अन्य विभागों के शीर्षकों से अलग होने चाहिये।

आप "अनुमोदन" नाम का विभाग जोड़ सकते हैं बशर्ते कि उसमें केवल विविध लोगों द्वारा परिवर्तित अनुरूप का अनुमोदन हो, जैसे, साथियों द्वारा समीक्षा, या कि यह पाठ्य किसी संस्था द्वारा किसी मानक की परिभाषा के लिये अधिकारिक पाठ्य है, एेसा व्यक्तव्य।

परिवर्तित अनुरूप में, आवरण पाठ्यों की सूची के अन्त में आप अग्र आवरण पाठ्य के तौर पर पाँच शब्द तक जोड़ सकते हैं, और पृष्ठ आवरण पाठ्य के तौर पर २५ शब्द तक जोड़ सकते हैं। एक व्यक्ति या समूह द्वारा(या उनके द्वारा किये इन्तजामों द्वारा) केवल एक ही अग्र आवरण पाठ्य और एक ही पृष्ठ आवरण पाठ्य जोड़ा जा सकता है। यदि दस्तावेज़ में उसी आवरण के लिये आपके द्वारा जोड़ा या आपके प्रतिनिधि द्वारा प्रबन्धित एक आवरण पाठ्य पहले ही मौजूद है तो आप एक और पाठ्य नहीं जोड़ सकते, लेकिन आप पुराने वाले को हटा के नया डाल सकते हैं, पुराने वाले पाठ्य के प्रकाशक से अनुमति लेने के बाद।

इस दस्तावेज़ के लेखक और प्रकाशक इस अनुमति पत्र के द्वारा परिवर्तित अनुरूप का अनुमोदन करने के लिये किसी भी प्रकार से उनके नाम का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देते।