[हम्नफ़स् = beloved] [हम्राह् = companion]
[घ़ुर्बत् = state of "exile"]
तू ही॒ दिल्बर् है हमारा, हम्नफ़स्, हम्राह् भी;
हम् हैँ॒ घ़ुर्बत् मेँ, पे॒ तू है पास् दिल् के आज् भी!
[रूह् = soul] [हम्-दिगर् = mutual, together]
अप्नी॒ रूहोँ का है॒ सङ्गम्, हम्-दिगर् साथी हैँ॒ हम्;
तेरे॒ हर् घ़म् औ॒र् ख़्व़ुशी मेँ, ऐ वतन्, शामिल् हैँ॒ हम्!
[दाघ़् = wound, scar]
[ज़ल्ज़लह् = earthquake] [ख़ूँ-फ़िशाँ = scattering blood]
ज़ख़्म् गह्रा जो है॒ तुझ् पर्, दाघ़्-ए॒ दिल् अप्ना भी॒ है!
ज़ल्ज़लह् गर् ख़ूँ-फ़िशाँ है, ख़ून्-ए॒ दिल् अप्ना भी॒ है!
[इब्तदा = commencement]
इब्तदा-ए इम्तहाँ है, बाँध् लेँ सर् से कफ़न्;
आज् हम्को है बुलाता फ़र्ज़्-ए॒ औलाद्-ए वतन्!
[मर्हम् = ointment that heals]
[घ़म्गुसार् = empathizer] [चार:गर् = healer]
फ़र्ज़् पूरा हम् करेँगे, मर्हम्-ए घ़म् लाएँ॒गे;
घ़म्गुसार् औ॒र् चार:गर् भी हम् ते॒रे बन् जाएँ॒गे!
[सब्ज़् = verdant]
फिर् खिलेँगे गुल् नए औ॒र् सब्ज़् होगा फिर् चमन्;
फ़ख़्र् होगा तुझ् को॒ अप्नी गुल्शनोँ पर्, ऐ वतन्!
[कम्तर् = inferior]
यह् हमारी ऽआशिक़ी, _रौशन्_, न अब् कम्तर् मिले
"दिल् दिया है, जाँ भी॒ देँगे! ऐ वतन् तेरे लिए!"