[ख़ान:वीराँ = empty house]
दिल्-ए ख़ान:वीराँ के॒ मह्माँ हुए
दो॒ दिन् ज़िन्दगी के तो॒ आसाँ हुए!
[चराघ़् = lamp] [गोया = as if]
जब् आप् आए॒ तो रौश्नी हो गई!
चराघ़ोँ को॒ गोया फिर् अर्माँ हुए!
[वह्शत् ज़दह् = struck with loneliness]
[गुलिस्ताँ = rose garden]
जुदाई मेँ॒ तेरे थे॒ वह्शत्ज़दह्;
तुझे देख् कर् फिर् गुलिस्ताँ हुए!
[सद् फ़रोज़ाँ = a 100 times brilliant]
ज़ुबाँ कट् गई है, मगर् देख् तो
चराघ़्-ए नज़र् सद्फ़रोज़ाँ हुए!
[बयाबाँ = wilderness, desolation]
जो॒ तुम् चल् दिए, घर् तो॒ सूना हुआ।
य॒ह् दीवार् फिर् से बयाबाँ हुए॥
[हस्रत्, अर्माँ = desire, wish]
[बऽद् = after]
ते॒रे साथ् थे, कोई॒ हस्रत् न थी!
ते॒रे बऽद् अर्माँ दर् अर्माँ हुए!
[हुज़ूर् = in the presence of]
[दश्त्-ए॒ वीराँ = waste, desolation]
जहाँ फूल् खिल्ते थे॒ तेरे हुज़ूर्
तुम्हारे बिना दश्त्-ए॒ वीराँ हुए!
[फ़ुर्क़त् = separation] [तङ्गी = constriction]
जो॒ फ़ुर्क़त् मेँ॒ तङ्गी-ए॒ दिल् देख् ली
तो॒ हैराँ हुए, हम् परेशाँ हुए!
[अश्ऽआर् = verses] [नालाँ = laments]
घ़ज़ल् कह् रहे थे ख़्व़ुशी की मगर्,
य॒ह् अश्ऽआर् काहे को॒ नालाँ हुए?
सुनो! एक् मालिक् के॒ बन्दे हैँ॒ सब्
जो॒ हिन्दू हुए या मुसल्माँ हुए॥
बहारोँ की॒ मस्ती नज़र् से जो॒ पी,
हमेँ ऽइश्क़् के फिर् से॒ अर्माँ हुए!